tag:blogger.com,1999:blog-4948305867136748138.post5547688374401361098..comments2024-03-19T02:10:00.751+05:30Comments on दिल का दर्पण: मुहब्बत है कि नहींMohinder56http://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4948305867136748138.post-56941242681444236402008-05-16T17:07:00.000+05:302008-05-16T17:07:00.000+05:30बहुत सुन्दर कविता-सरेशाम कांधे पर सर रख जो किया वा...बहुत सुन्दर कविता-<BR/>सरेशाम कांधे पर सर रख जो किया वादा<BR/>खुदा जाने क्यों आज नही निभाते उसको<BR/>वाहशोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4948305867136748138.post-23295317741357060592008-05-12T14:22:00.000+05:302008-05-12T14:22:00.000+05:30सरेशाम कांधे पर सर रख जो किया वादाखुदा जाने क्यों ...सरेशाम कांधे पर सर रख जो किया वादा<BR/>खुदा जाने क्यों आज नही निभाते उसको<BR/><BR/>जाने अब उसे मुझ से मुहब्बत है कि नहीं<BR/>बहते आंसू भी मेरे अब नहीं रुलाते उसको<BR/><BR/>वाह!!!<BR/><BR/>***राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.com