जब आप साकारात्मक सोच रखते हैं तब
ध्वनि ..... ........संगीत बन जाती है
चाल......... ....... नृत्य बन जाती है
मुस्कान............ हंसी बन जाती है
और
मास्तिष्क......... चिन्तन, ध्यान व योग बन जाता है
ध्वनि ..... ........संगीत बन जाती है
चाल......... ....... नृत्य बन जाती है
मुस्कान............ हंसी बन जाती है
और
मास्तिष्क......... चिन्तन, ध्यान व योग बन जाता है
सत्य वचन
ReplyDeleteवाह बेहद उत्तम विचार्।
ReplyDeleteसही कहा है..
ReplyDeleteसुंदर विचार जी, धन्यवाद
ReplyDeleteउत्तम विचार..
ReplyDeletedil ko chune wale
ReplyDeletebahut aacha vichar....
ReplyDeletebahut AACHA vichar
ReplyDeleteGRET ATTITUDE I LIKE IT
ReplyDeleteअतिउत्तम विचार
ReplyDeleteअतिउत्तम विचार
ReplyDeleteniceeeeeeee
ReplyDeleteniceeeeeeeeeee
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा बातें कहीं गईं हैं,,,,,
ReplyDeleteutam vichar
ReplyDeleteutam vichar
ReplyDelete