टायलेट पेपर के ख़त्म हो जाने के बाद बचे हुए रोलर का आप क्या करेंगे... बहुत ही बेकार सा प्रश्न लगता है न ? जाहिर है उत्तर होगा उसे फैंक देंगे. परन्तु जूनियर फ्रित्ज जेकुइत (Junior Fritz Jacquet) को ऐसा नहीं लगा. उन्होंने उसी फैंके जाने वाली वस्तु से मानवीय चेहरों का निर्माण किया जो आपके सामने है. आप क्या कहना चाहेंगे ...
बहुत बढ़िया ..
ReplyDeletegood work....
ReplyDeleteगज़ब कर दिया।
ReplyDeleteआपकी रचना आज तेताला पर भी है ज़रा इधर भी नज़र घुमाइये
http://tetalaa.blogspot.com/
बहुत बढिया।
ReplyDeleteअद्भुत...
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