रिश्ते रास्ता बन गये



दोस्ती ओर प्यार में अकसर
चेहरे के पीछे छुपा
चेहरा नजर नही आता है
धोखा दे जाता है

दोस्ती में बढा हाथ
प्यार में झुका सर
आसानी से कट जाता है
यह सब जान गये हैं
इसलिये प्यार प्यार नही
हथियार बन गया है

मकान दुकान जमीन जायदाद
रुपया नगदी गहने
सब जानते हैं साथ नहीं जाने
यहीं हैं रहने
फिर भी मारा मारी है
एक दुसरे का गला
काटना जारी है

रिश्ते रास्ता बन गये हैं
भ्रम में रख कर भुलाने का
देखिये किस कदर बदला है
चलन आजकल जमाने का

मोहिन्दर

1 comment:

रंजू भाटिया said...

रिश्ते रास्ता बन गये हैं
भ्रम में रख कर भुलाने का
देखिये किस कदर बदला है
चलन आजकल जमाने का

बहुत ही सच है आपने ..आज कल बस यही सच रह गया है !