करोडों जुगनू

सब जानते हैं
करोंडों जुगनू मिलकर भी
दिन में एक सूरज का सामना
नहीं कर सकते
मगर मैं यह भी जानता हूं कि
अरबों तारे (वस्तुत्: विशाल सूरज) भी
रात के अन्धकार में
एक जु्गनू की चमक को
फीका नहीं कर सकते
अर्थात विशाल धरा पर
रेत का एक कण चाहे
आकार मैंशून्य समान है
परन्तु उसके अस्तित्व को
धरा की विशालता के संमुख
नकारा नही जा सकता

मोहिन्दर

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