जुनूं



तेरी मंजिलें अलग सही
मगर रास्ते अपने एक हैं
तुझे दर्द देने में आता मजा
मुझे आग से खेलने का शौक है

मेरे रात दिन में नही फर्क
मेरी खुशी और गम सब एक हैं
मैनें इन्तहा को छू लिया
तुझे इव्तदा से भी खौफ है

तेरी जीत में तेरी हार है
मेरी हार मेरा हार है
जुनूं और मुहब्बत दोनों हैं हमवजूद
जब एक है कहां दूसरे पर रोक है

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