भारत के दस सुन्दरतम रास्ते

जिन्दगी हसीन लगती है अगर रास्ते और हमसफ़र खुशगवार हों... ऐसे ही कुछ सुन्दरतम रास्तों पर आप भी अपने मनपसन्द हमसफ़र के साथ सफ़र का आन्नद लें.. और बतायें कैसा रहा यह सफ़र ......?

पत्तरातू वैली, झारखंड


ऊटी



नुमालीगढ, असाम



नैनीताल



गुलमर्ग, काश्मीर



डलहौजी



कोर्बेट पार्क



अलमोडा, ऊत्तरांचल



अह्तोंग सिक्किम



मनाली पास

7 comments:

kamlesh madaan said...

सर जी ये सारे के सारे रास्ते बाहरी देशों और विन्डोज एक्स पी के वॉलपेपर्स हैं, क्रपया करके हमें बेवकूफ़ न बनाइये नहीं तो जाने अनजाने में ही यात्रा-व्यय हो जायेगा.
:D

kamlesh madaan said...

और रही बात इन चित्रों में दिखायी गयी हरियाली और वनस्पति की तो अधिकांशतः भारत में नहीं पायी जाती

संगीता पुरी said...

वाह ! हमारे झारखंड के पतरातू वैली को भी आपने भारत के दस सुंदरतम स्‍थानों में शामिल कर लिया। बहुत अच्‍छा लगा। हमें बेवकूफ तो नहीं बनाया , जैसा कि कमलेश मदान जी कह रहे हैं।

Unknown said...

कमलेश जी से सहमत, यदि ये भारत के रास्ते हैं तो चित्रों में आसपास पड़ी गन्दगी, पॉलीथिन, नंगधडंग बच्चे, अतिक्रमण किये हुए ढाबे, बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के विज्ञापन आदि क्यों नहीं दिख रहे? मेरा भारत ऐसे ही महान थोड़े बना है, जब हम गंगा को ही नहीं छोड़ते तो ऐसे रास्तों की क्या बिसात है… मूर्ख ना बनाईये साहब, ये काम नेताओं पर छोड़ दीजिये…

seema gupta said...

" upper ke comments pdh kr kuch bhee kehtey nahee bn rha.... bus itna kee ye rastyn kahnee ke bhee hain , hain bhut suder or dil ko lubahne wale.."

Regards

शोभा said...

बहुत सुंदर चित्र हैं. सफर पैर जाना ही पड़ेगा.

ab inconvenienti said...

भारत के रास्ते, वो भी इतने मेंटेनड? वो भी अलग अलग बीमारू राज्यों में? हम भदेस और गन्दगीप्रिय भारतियों को अपनी गंगा, गली मोहल्लों की साफ़ सफाई और सुन्दरता का ध्यान तो रहता नहीं, टूरिस्ट प्लेस साफ़ रखेंगे?