आप सब का तो पता नहीं मगर मुझे अपना पता है कि अगर मैं बहुत अमीर होता तो क्या करता. क्या कहा ? आप भी जानना चाहते हैं ?.. चलिये आप को बता ही देता हूं मगर आप मुझ से इर्ष्या न करने लग जायें :)
मैं चांद खरीद लेता और चांदनी अपने नाम कर लेता
मेरे घर के हर कमरे की खिडकी से संसार के बेहतरीन नजारे दिखाई देते
मेरे पालतु जानवरों के दांत हीरे से मढे होते
सुन्दर नौकरानियां हमेशा चुस्त दरूरत और आनन फ़ानन हाजिर होने वाली होती
मेरे गिलास (बर्तन) सुच्चे हीरे से बने होते
मैं अपने जलपोत पर गोल्फ़ खेलता
सुरक्षा कर्मी 24 घंटे मुसतैद खडे रहते
शुद्ध हिमालयन जल से मेरा शौचालय फ़्लश होता
टोयलेट पेपर का यही ब्रांड मुझे पसन्द है
मेरा व्यक्तिगत स्वीमिंग पूल मंहगे इत्र से भरा रहता
एक ट्रेंड व्यक्ति ही मेरी कार को साफ़ करता जो गोल्ड प्लेटेड होती
मेरा लेपटाप की किनारी हीरों से जडी होती
मेरी व्यक्तिगत कार मेरे घर के बाहर खडी रहती
और मेरा गेस्ट हाऊस / रेस्ट हाऊस
अरे भई अब बहुत हो गया.... काम पर वापस चलो
8 comments:
हा हा हा शुक्र है आप इतने अमीर नहीं हैं। )
क्या ठाठ होते साहब के ..:) जागे अभी आप या इसी सपने में हैं
आपके शेखचिल्ली वाले सपने की सैर हम भी कर आए हैं | तस्वीरें देख कर मज़ा आ गया |
कुत्तों की रखवाली के लिए अलग फोर्स रखनी पड़ती , हीरों की वजह से बेचारे कुत्तों की जान भी आफत में होती |
खैर दिल बहलाने को गालिब ख्याल अच्छा है |
बस इतना ही ???????
हां भई , सचमुच बहुत हो गया.....अब काम पर जाना जरूरी है......नहीं तो जो खाना खर्चा मिल रहा है......वह भी बंद हो जाएगा।
waah! bahut khuub!
sahi hai..sapne hamesha badey hi dekhne chaheeye...lekin ye kuchh jyada badey nahin hain????
mazedaar hain sabhi chitr!bachchon ko bhi dikhaya..sabhi hans rahey hain..
वैसे चांद की रजिस्ट्री तो हमारे नाम पे है,ओर हमारा चांद बेचने का अभी कोई विचार नहीं है.
अजी ज्यादा ऊपर भी मत जाये, वरना अगली पोस्ट कोन लिखेगा, चलिये आ जाओ फ़िर से जमी पर शेख चिल्ली साहब
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