अफ़्रीकी जनजातियों में बहुत सी ऐसी प्रथायें हैं जो कि विश्व के अन्य देशों में देखने को नहीं मिलती. ऐसी ही एक प्रथा है जो कि "मुर्सी" जनजाति की महिलाओं में प्रचलित है. इस प्रथा के अनुसार 13 से 18 वर्ष की लडकियां यह सुनिश्चित करती हैं कि क्या उन्हें "लिप प्लेट" धारण करनी है या नहीं. "लिप प्लेट" मिट्टी की बनी हुई एक गोलाकार प्लेट होती है जिसे निचले होंठ के बीचों बीच एक छेद करने के बाद धारण किया जाता है और धीरे धीर इसके आकार को बढाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि जिस लडकी की लिप प्लेट जितनी बडी होगी उसके लिये वर को उतनी अधिक "वधु राशि" जो कि अधिकतर गाय, भेड व बकरी के रूप में होती है, जुटानी पडती है.
शुरुआत में निचले होंठ में किये गये छेद का व्यास 1 से 2 सेंटीमीटर होता है जिसे लकडी के कील नुमा औजार से किया जाता है. जब घाव भर जाता है तब इस छेद में इससे बडी लकडी डाली जाती है जब यह व्यास 4 सेंटीमीटर का हो जाता है तब इसमें मिट्टी की बनी हुई लिप प्लेट डाली जाती है. हर लडकी को यह लिप प्लेट अपने आप ही बनाई पडती है. अन्तता इस छेद का व्यास 8 सेंटीमीटर से 16 सेंटीमीटर तक हो सकता है.
ऐसा भी माना जाता है कि यह लिप प्लेट ऎमेजोन जनजातियों में अधिकतर गायकों और योधाओं द्वारा धारण करने की प्रथा थी. यह परिपक्वता की निशानी के तौर पर भी मानी जाती हैं.
"youtube" पर उपलब्ध एक लिन्क
जिस में लिप प्लेट को उतारते हुये दिखाया गया है.
5 comments:
क्या कहूँ!
घुघूती बासूती
बहुत रोचहाक जानकारी दी। आभार।
Inhuman
हम ने बहुत पहले इस के बारे यहां टी वी पर देखा था, ओर फ़िर यहां एक मेले पर इन लोगो को देखा था..... हमे तो बहुत अजीब लगे शायद इन्हे खुद अच्छा लगता होगा.
धन्यवाद
बड़ी अजीबोगरीब प्रथा है...
Post a Comment