शेर




नाजनीं तेरी महफ़िल से बेइन्तहा रोशनी की खबर आई

इक तरफ़ जलता परवाना दूसरी तरफ़ शम्मा नजर आई

1 comment:

रंजना said...

वाह...वाह...वाह....बहुत बढ़िया...